भीष्म साहनी से बातचीत 

साहित्य रचना के कोई गुर नहीं होते

महान साहित्यकार‚ कहानीकार और अभिनेता भीष्म साहनी जी से जो मैंने इंटरव्यू किया था और जो पहले वर्तमान साहित्य में और बाद में कादम्बिनी में अगस्त 2003 में प्रकाशित हुआ था‚ उसमें से कादम्बिनी में प्रकाशित इंटरव्यू मुझे मिल गया है। यह पत्रिका रखे–रखे काफी पुरानी और खराब हो गई है। लेकिन फिर भी इसका फोटो लेकर यहां प्रस्तुत कर रहा हूं। हालांकि यह इंटरव्यू काफी पुराना है लेकिन मुझे लगता है कि आज भी यह प्रासंगिक है।

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